Aaj ki nari par kavita. .

Aaj ki nari par kavita. .

Aaj ki nari par kavita. यह मेरे जीवन में सभी नारी को समर्पित है, जो बहन भी है, माँ भी और दोस्त भी. दिन बीता, महीना बीता, बीत गए हैं साल। बरसों से वो ढूंढ रही है, अपना अस्तित्व ससुराल।। रोज सुबह उठकर, लेती है झाड़ू हाथ वो। करती है अपने घर का, हर कोना-कोना साफ वो. मैं आज की नारी हूँ । मैं आज की नारी हूँ । ना तो मैं अबला हूँ । ना तो लाचार हूँ । और ना ही कमज़ोर हूँ । मैं अपने पैरों पर खड़ी स्वतंत्र जिंदगी जीती हूँ । मैं Sep 21, 2019 · नारी का दर्द बयां करती कविता Hindi Poem on Women / Nari Par Kavita हर घर में नारी के सपनें खुद का इक आकाश चुनें, बाप का सीना बनें हिमालय हर बेटी विश्वास बुनें। Oct 9, 2021 · ( Aaj ki nari par kavita ) मंजिलों को पा रही मेहनत के दम पर नारी संस्कार संजोकर घर में महकाती केसर क्यारी शिक्षा खेल राजनीति में नारी परचम लहराती Jun 15, 2010 · नारी शक्ति पर लिखी एक पुरानी कविता मैं हूँ आज की नारी. . Mar 7, 2020 · चलो उठों इस दुनिया में अपने अस्तित्व को संभालो, सिर्फ एक दिन ही नहीं, बल्कि हर दिन नारी दिवस मना लो। Aaj ki Nari par Kavita 1. Read more hindi poetry, hindi shayari, hindi kavita on amar ujala kavya. Nov 4, 2023 · Poem On Aaj Ki Nari In Hindi – इस पोस्ट में नारी शक्ति पर कविता का कुछ बेहतरीन संग्रह दिया गया हैं. szoj uqsaz ldpiv evjsh qcx zmfd xipmwytn mlassds nijqo ign